नई दिल्ली से बड़ौत तक इलेक्ट्रिक एसी बसें
दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। लगभग 15 साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली–बड़ौत रूट पर दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बस सेवा दोबारा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह और बड़ौत के सांसद राजकुमार सांगवान के साथ मिलकर कश्मीरी गेट आईएसबीटी से तीन नई एयर कंडीशन इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस सेवा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू किए गए सेवा पखवाड़ा के तहत किया गया है। इसे यात्रियों के लिए एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है।
क्यों खास है दिल्ली–बड़ौत बस सेवा?
दिल्ली से बड़ौत की दूरी करीब 69 किलोमीटर है। अब तक इस रूट पर कोई सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं थी, जिससे रोजाना सफर करने वाले लोगों को काफी परेशानी होती थी। नई शुरुआत के बाद यात्रियों को समय की बचत और आरामदायक सफर मिलेगा।
बस का प्रकार: 12 मीटर लंबी इलेक्ट्रिक एसी बसें
रंग: भगवा
किराया: ₹125 (एक तरफ का)
समय: बसें सुबह और शाम दो शिफ्ट में चलेंगी
दिल्ली–बड़ौत रूट और स्टॉपेज
नई इलेक्ट्रिक बसें इस तय मार्ग से होकर चलेंगी:
कश्मीरी गेट आईएसबीटी → खजूरी खास → भजनपुरा → लोनी बस स्टैंड → लोनी मंडोला → खेकड़ा → काथा → बागपत → गौरीपुर → सरूरपुर → त्योढी → बड़ौत
इस रूट से दिल्ली और पश्चिमी यूपी के हजारों यात्रियों को सीधी और सस्ती कनेक्टिविटी मिलेगी।
डिजिटल टिकटिंग और ई-पेमेंट की सुविधा
नई बस सेवा के साथ दिल्ली सरकार ने डिजिटल टिकटिंग सिस्टम की शुरुआत भी की है।
यात्रियों को अब UPI, मोबाइल वॉलेट, डेबिट/क्रेडिट कार्ड से टिकट लेने की सुविधा मिलेगी।
बसों में GPS आधारित एंड्रॉयड मशीनें लगाई गई हैं, जिनसे यात्रियों की संख्या और लोकेशन की रियल टाइम जानकारी मिलेगी।
‘चलो ऐप’ लॉन्च किया गया है, जिससे लोग घर बैठे टिकट खरीद सकेंगे और 10% छूट का लाभ उठा पाएंगे।
नकदी की झंझट और घोटालों पर रोक लगेगी।
यात्रियों को मिलने वाले फायदे
इस नई बस सेवा से यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी:
1. आरामदायक सफर – इलेक्ट्रिक एसी बसों से गर्मी और भीड़भाड़ से राहत।
2. समय की बचत – तय शेड्यूल और रियल-टाइम ट्रैकिंग से लंबा इंतजार नहीं करना होगा।
3. सुरक्षा – जीपीएस मॉनिटरिंग और डिजिटल टिकटिंग से यात्रा और सुरक्षित होगी।
4. सस्ता किराया – ₹125 का किराया निजी टैक्सी या कैब से कहीं सस्ता है।
5. पर्यावरण लाभ – इलेक्ट्रिक बसें प्रदूषण कम करने में मदद करेंगी।
आने वाले समय में और भी रूट्स पर बसें
दिल्ली–बड़ौत बस सेवा की सफलता के बाद सरकार की योजना अन्य राज्यों के लिए भी इंटरसिटी बसें शुरू करने की है। जल्द ही डीटीसी बसें मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, आगरा, अयोध्या, देहरादून, ऋषिकेश, हल्द्वानी, अलवर, जयपुर, बीकानेर, अमृतसर, चंडीगढ़, पटियाला, जम्मू और पानीपत जैसे शहरों तक चलाई जाएंगी।
दिल्ली सरकार की अन्य पहल
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि अब दिल्ली में ऑटोमेटिक पॉल्यूशन जांच केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। इससे 1.5 करोड़ से ज्यादा कमर्शियल वाहनों की नियमित जांच आसानी से हो सकेगी।
इसके अलावा नई व्यवस्था के तहत किसी बस के खराब होने पर नजदीकी डिपो से तुरंत मैकेनिक भेजा जाएगा, ताकि यात्रियों को घंटों इंतजार न करना पड़े।
दिल्ली–बड़ौत इंटरसिटी बस सेवा का दोबारा शुरू होना यात्रियों के लिए बड़ी राहत है। यह सेवा न सिर्फ आरामदायक और सुरक्षित सफर देगी, बल्कि डिजिटल टिकटिंग और इलेक्ट्रिक बसों के जरिए यात्रा को आधुनिक और पर्यावरण हितैषी भी बनाएगी।
रोजाना दिल्ली–बड़ौत के बीच सफर करने वाले लोगों को अब न तो बस का लंबा इंतजार करना होगा और न ही नकदी रखने की चिंता। मोबाइल से टिकट बुकिंग, जीपीएस ट्रैकिंग और सस्ती यात्रा – यही है दिल्ली परिवहन निगम की नई पहचान।

0 टिप्पणियाँ