भारत में GST 2.0 (2025 अपडेट) लागू होने के बाद कई चीज़ों के टैक्स रेट में बदलाव हुआ है। इसमें खास ध्यान उन वस्तुओं और सेवाओं पर है, जिन पर GST 0% यानी Zero-Rated लागू होता है। Zero-Rated GST का मतलब है कि इन वस्तुओं पर कोई टैक्स नहीं लगता, लेकिन व्यवसाय इसे खरीदते समय जो टैक्स पहले दे चुके हैं उसका लाभ (Input Tax Credit) ले सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कौन-कौन सी चीज़ें Zero-Rated GST की श्रेणी में आती हैं और इसके फायदे क्या हैं।
Zero-Rated GST क्या है?
Zero-Rated GST वह टैक्स स्लैब है जिसमें उपभोक्ताओं को कोई GST नहीं देना पड़ता, लेकिन व्यवसायों के लिए Input Tax Credit का लाभ बना रहता है।
उदाहरण: अगर कोई व्यवसाय दूध या अनाज खरीदता है, तो वह GST का भुगतान करता है और बाद में इसे अपने टैक्स रिटर्न में क्लेम कर सकता है।
इसका उद्देश्य ज़रूरी वस्तुओं को सस्ता रखना और व्यवसायों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
कौन-कौन सी चीज़ें Zero-Rated GST में शामिल हैं?
(a) कृषि और मूलभूत खाद्य पदार्थ
गेहूँ, चावल, बाजरा, ज्वार, मक्का और अन्य अनाज
दालें और तेल वाली अनाज
ये सभी बुनियादी खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें सरकार ने Zero-Rated GST में रखा है ताकि आम जनता तक सस्ते दामों में पोषण सामग्री पहुँच सके।
(b) दूध और डेयरी उत्पाद
कच्चा दूध, घी, दही, मक्खन
डेयरी उत्पादों पर GST न होने से ये रोजमर्रा की जरूरतें किफायती रहती हैं।
(c) स्वास्थ्य और दवाइयाँ
वैक्सीन, हर्बल औषधियाँ, जीवन रक्षक दवाइयाँ
स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन पर कोई GST नहीं है। इसका फायदा आम जनता और मरीज दोनों को होता है।
(d) शिक्षा संबंधी सामग्री
स्कूल की किताबें, नोटबुक, शैक्षिक सामग्री
छात्रों और बच्चों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण सामग्री पर टैक्स माफ किया गया है।
(e) महिला और जरूरतमंदों की आवश्यकताएँ
सैनिटरी पैड, कंबल, बुनाई की सामग्री
महिलाओं और कमजोर वर्ग के लिए ज़रूरी वस्तुएँ सस्ती करने का मकसद है।
(f) निर्यात (Export)
सभी निर्यातित वस्तुएँ और सेवाएँ
निर्यात पर Zero-Rated GST इसलिए लागू है ताकि भारतीय उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बने और एक्सपोर्ट बढ़े।
Zero-Rated GST के फायदे
1. ग्राहकों के लिए कम कीमत: उपभोक्ताओं को इन वस्तुओं की खरीद में कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
2. व्यापारियों के लिए Input Tax Credit: व्यवसाय पहले चुकाए गए GST को रिफंड के रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
3. निर्यात बढ़ावा: एक्सपोर्ट पर टैक्स न होने से भारतीय वस्तुएँ अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ती और प्रतिस्पर्धी होती हैं।
4. सामाजिक और आर्थिक सुधार: ज़रूरी चीज़ों की कीमत में कमी, गरीब और मध्यम वर्ग के लिए राहत।
ध्यान देने योग्य बातें
Zero-Rated GST केवल नियंत्रित और निर्धारित वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, मोबाइल, वाहन आदि पर Zero GST नहीं है।
Exporters के लिए GST रिफंड की प्रक्रिया उपलब्ध है।
GST 2.0 के नए नियमों में Zero-Rated GST उन आवश्यक और बुनियादी वस्तुओं पर लागू है जो हर घर की जरूरत हैं। इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक राहत, आर्थिक प्रतिस्पर्धा और व्यापार में आसानी प्रदान करना है।
कृषि उत्पाद, डेयरी, दवा, शिक्षा सामग्री और निर्यात पर यह रेट न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि व्यापारियों को भी आर्थिक सहूलियत देता है।
यदि आप अपनी खरीदारी और व्यवसाय को अधिक लाभकारी बनाना चाहते हैं, तो Zero-Rated वस्तुओं और सेवाओं की सूची को ध्यान में रखें। यह सरकार की पहल है जिससे सामान्य जनता और व्यवसाय दोनों को फायदा हैं।

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